UPSC CSE Toppers 2022-23 : यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित होआ चुका है और इस बार भी 2022-2023 के रिजल्ट में लड़कियों ने अपना दबदबा बरकरार रखा है.
इशिता किशोर ने सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया है तो वहीं इस बार भी टॉप 4 में चारों स्थान लड़कियों के नाम रहें हैं. आइये जानते हैं की टॉप -20 में इस बार कितनी लड़कियों ने अपना स्थान हासिल किया है?
UPSC CSE Result 2023: संघ लोक सेवा आयोग, सिविल सेवा परीक्षा 2022 का रिजल्ट आ चुका है इस वर्ष परीक्षा में कुल 933 उम्मीदवार सफल हुए हैं. चयनित उम्मीदवारों को भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय विदेश सेवा के अतिरिक्त अन्य सेवा में नियुक्त किया जायेगा.
सभी चयनित उम्मीदवारों में से 345 कैंडिडेट्स अनारक्षित वर्ग के, तथा 99 उम्मीदवार EWS वर्ग के और 263 OBC, जबकि 154 SC तथा 72 ST वर्ग के हैं.
UPSC Result 2023
भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS), भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और अन्य केंद्रीय सेवा समूह के ग्रुप ए, बी के लिए अधिकारियों का चयन करने के लिए UPSC सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है - प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार (व्यक्तित्व परीक्षण).
कौन है UPSC 2022-23 के टॉपर्स?
यूपीएससी टॉपर ग्रेटर नोएडा की रहने वाली इशिता किशोर, दिल्ली में वायु सेना बाल भारती स्कूल और एसआरसीसी की एक पूर्व छात्रा और एक वायु सेना अधिकारी की बेटी हैं. इशिता ने ऑप्शनल सब्जेक्ट में पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल रिलेशंस को चुना था.
इन्होंने DU के श्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, दिल्ली विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र (ऑनर्स) में ग्रेजुएशन किया है. वहीं दूसरा स्थान पानें वाली गरिमा लोहिया बिहार के बक्सर जिला की रहने वाली हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय की ही छात्रा रहीं गरिमा लोहिया ने किरोड़ीमल कॉलेज से अपनी पढ़ाई कम्प्लीट की है.
गरिमा का ऑप्शनल सब्जेक्ट कॉमर्स एंड अकाउंटेंसी था. उमा हरथी एन ने यूपीएससी सीएसई परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल किया है. उन्होंने आईआईटी, हैदराबाद से सिविल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट की डिग्री हासिल किया है. इनका ऑप्शनल सब्जेक्ट एंथ्रोपोलॉजी था.
सबसे बड़ी बात यह है कि, इस बार के UPSC परिणाम में टॉप 5 में से पहले चार स्थानों पर लड़कियों का दबदबा रहा है. इसके साथ टॉप 10 में 6ठे पायदान और 9वें पायदान पर भी लड़कियों का ही कब्ज़ा है.
यदि पिछले 10 वर्षों में UPSC का रिजल्ट देखें तो लड़कियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. इस वर्ष भी टॉप 10 में 6 लड़कियों ने अपनी जगह पक्की की है. जो इस बात को दर्शाता है कि सिविल सेवा जैसी परीक्षाओं में लड़कियों की न केवल रूचि बढ़ रही है बल्कि उनका प्रदर्शन भी शानदार रहा है.
सिविल सेवा के प्रति महिला उम्मीदवारों की रूचि बढ़ी है
इस साल टॉप 20 में 11 लड़कियों का वर्चस्व रहा है. लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में, परीक्षा में महिलाओं की भागीदारी का प्रतिशत जरुर बढ़ा है लेकिन उनकी सफलता के प्रतिशत में कमी देखी की गई है.
यूपीएससी द्वारा जारी वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2001 में कुल 47,392 महिला उम्मीदवारों ने सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन किया था। यह संख्या 2011 में बढ़कर 1,35,075 महिला आवेदक और 2019 में 3,67,085 महिला हो गई। साल 2019 में सबसे ज्यादा महिला उम्मीदवारों ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था।